नई दिल्ली ::अयोध्या मामले को अदालत से बाहर सुलझाने को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में बगावत हो गई है। बोर्ड ने श्री श्री रविंशकर के साथ मिलकर मुहिम चलाने वाले कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य मौलाना सलमान नदवी को निकाल दिया है। उन्होंने कहा कि नदवी की बेंगलुरु में श्री श्री रविशंकर से मुलाकात और अयोध्या के विवादित स्थल से दूर मस्जिद के निर्माण की वकालत वाला बयान अनुशासनहीनता है इसके बाद बोर्ड नेतृत्व ने चार सदस्यीय कमेटी गठित की थी। शनिवार को कमेटी की बैठक में अनुशासनहीनता पर रिपोर्ट तैयार की गई। मौलाना सलमान नदवी ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के गठन के बाद से ही उसके सदस्य हैं।
इसी बीच बाबरी मस्जिद के पक्षकार मोहम्मद इकबाल ने एक और विवादित बयान देते हुए कहा कि प्रख्यात आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर मंदिर-मस्जिद विवाद का हल ढूंढऩे नहीं बल्कि हिन्दू-मुस्लिम एकता बिगाडऩे अयोध्या आ रहे हैं
*नदवी रुख पर अडिग*
मौलाना सलमान नदवी अयोध्या पर अपने रुख पर कायम हैं। उन्होंने ऐलान किया है बोर्ड उन्हें निकालता है तो निकाल दे मगर अयोध्या विवाद को वार्ता से सुलझाने के लिए चलाई गई अपनी मुहिम से वह पीछे नहीं हटेंगे। सुलह पर बैठक 20 को
अयोध्या विवाद को बातचीत से सुलझाने के लिए सभी संबंधित पक्षों, संत समाज और मुस्लिम विद्वानों की बैठक अब 20 फरवरी को होगी। आर्ट ऑफ लिविंग के बेंगलुरु आश्रम ने बताया कि बैठक में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और मौलाना सलमान नदवी भी शामिल होंगे।