देश में न्यायिक व्यवस्था का होना बहुत जरूरी है अगर न्यायिक व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं चलती है तो आम आदमियों को दिक्कत आ सकती है और यह दिक्कत बहुत ही मामूली नहीं है इस दिक्कत से बहुत सारी बड़ी-बड़ी परेशानियां भी खड़ी हो जाती है आज अगर हमारे देश में कानून व्यवस्था ना हो कोर्ट कचहरी ना हो तो बहुत सारे ऐसे मसले हैं जो बहुत बड़े बन जाएंगे हालांकि लोग इसका पूरी तरह से पालन करते हैं और सरकार भी कोशिश करती है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को न्याय मिल सके और जल्दी से जल्दी उनके केस का निपटारा किया जा सके लेकिन बात सिर्फ इतनी सी है कि अगर अच्छी नई व्यवस्था और सुचारू व्यवस्था सरकार चलाएं तो लोगों को कम परेशानियां होगी आज हमारे देश में बहुत सारे ऐसे कैसे हैं जो अभी तक पेंडिंग है और अभी तक उनका कोई भी कार्रवाई नहीं की गई तो हमारी सरकार को थोड़ी सी तेजी दिखानी होगी इनके खिलाफ ताकि जल्द से जल्द कार्रवाई हो सके इस बीच एक अच्छी खबर यह है कि भारत के राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद जी ने राज्यपालों की नियुक्ति की है भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने मंगलवार 6 जुलाई को कर्नाटक मिजोरम मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश राज्यों के लिए राज्यपालों की नियुक्ति की। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत हैं। वह केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थे। मिजोरम के राज्यपाल आंध्र प्रदेश के पूर्व लोकसभा सदस्य हरि बाबू कंभमपति हैं। इसी तरह मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई हैं और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर हैं। प्रमुख विकास की घोषणा करते हुए, समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि राष्ट्रपति ने थावरचंद गहलोत को कर्नाटक के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया, हरि बाबू कंभमपति को मिजोरम के राज्यपाल के रूप में, मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश के राज्यपाल के रूप में और राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया।
इसके अलावा मिजोरम के राज्यपाल श्रीधरन पिल्लई को गोवा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और बंडारू दत्तात्रेय को स्थानांतरित कर हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति में कहा गया है कि हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य का तबादला कर उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इस बीच, त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस का तबादला कर दिया गया है और उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। यह एक बड़े कैबिनेट फेरबदल की कवायद से पहले आया है। कैबिनेट में फेरबदल इसी हफ्ते होने की उम्मीद है। भाजपा नेता सुशील मोदी ज्योतिरादित्य सिंधिया और सर्बानंद सोनोवाल को भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की उम्मीद है। कैबिनेट में अधिकतम 81 मंत्री हो सकते हैं। इसके साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कुछ नए राज्यपालों की नियुक्ति और कुछ अन्य के पोर्टफोलियो में बदलाव को मंजूरी दी है। 2019 में शुरू हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में दूसरे कार्यकाल का यह पहला फेरबदल होगा।