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कोरोना  से जंग में सरकार हमारे साथ है लेकिन सरकार के साथ-साथ पिछले साल या फिर इस साल में सिर्फ एक इंसान ऐसा है जिसने आम इंसान की मदद की है आम इंसानों की मदद करने के लिए वह हर संभव कोशिश की जिसने उन्हें आम आदमी का हीरो बना दिया, जो काम government  या किसी लीडर का होना चाहिए था वो इन्होने खुद किया , बता दें कि यह रियल लाइफ हीरो फिल्मी पर्दे के भी हीरो है जी हां हम बात कर रहे हैं सोनू सूद की सोनू सूद पिछले 1 सालों में ऐसा नाम बन गया है जो भारत के हर घर में लगभग हर रोज लिया जा रहा है सोनू सूद ने  पिछले साल मुंबई दिल्ली और ऐसे ही कई बड़े शहरों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनकी घर वापसी में सहायता की थी उन्हें सही सलामत उनके घर तक पहुंचाया था जिससे देशभर में  लोगों ने उन्हें खूब प्यार दिया

जब कोरोना की  दूसरी लहर आयी  तब भी वह पीछे नहीं हटे इस बार भी उन्होंने अपनी क्षमताओं से बाहर जाकर भी  लोगों की मदद की उन्होंने टाइम टाइम पर लोगों तक ऑक्सीजन सप्लाई प्रॉपर दवाइयां और वेंटिलेटर की सुविधा प्रोवाइड करवाई आज भारत में अगर किसी को कोरोना  से संबंधित कोई भी परेशानी आती है तो वो सीधे सोनू सूद के पास चले जाते हैं जो काम एक लीडर का होना चाहिए हमारे देश में आज हो काम एक फिल्मी पर्दे का हीरो कर रहा है और यही वजह है कि आज हो लोगों के भगवान बन गए हैं आंध्र प्रदेश की घटना जिसे सुनकर आप थोड़े से चौक जाएंगे जी हां आंध्र प्रदेश में सोनू सूद की फोटो का दूध अभिषेक किया गया उनके चाहने वालों ने उन पर दूध का स्नान करवाया जिसके साथ ही  सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी वायरल हो गया है बहुत सारे लोगों ने इसकी सराहना की और सोनू सूद की तारीफ की सोनू सूद ने इस सम्मान को लेते हुए कहा कि यह उनके लिए सम्मानजनक है,, उन्होंने  ट्वीट करके यह जानकारी दी कि वह इस सम्मान से कृतज्ञ हुए

आपको बता दें कि मजदूरों को घर पहुंचाने की बात हो या ऑक्सीजन सप्लाई की बात हो या  व्हेनती लेटर  की बात हो सोनू सूद हर फ्रंट पर आगे आए हैं और इसी जोश  को देखते हुए लोगों ने उन्हें इतना प्यार दिया है आंध्र प्रदेश के श्रीकालहस्ती की यह घटना भी इसी का एक उदाहरण है इससे पहले भी सोनू सूद के लिए उनके चाहने वालों ने कुछ ऐसा ही किया है जब  बिहार की एक लड़की को उन्होंने घर पहुंचाया था  और वो भी  तब,  जब वह गर्भवती थी और जब उनके घर बच्चा हुआ तो उन्होंने उस बच्चे का नाम सोनू सूद के नाम पर ही रखा आज सोनू सूद लोगों के लिए मसीहा बन गए हैं हालांकि वह बार-बार यही कहते नजर आते हैं कि यह उनका फर्ज है और आखरी सांस तक वह लोगों की मदद करना चाहते हैं,  और करते रहेंगे उन्हें किसी भी सम्मान का या पुरस्कार का कोई भी लालच नहीं है  वो बस उन लोगों की मदद करना चाहते हैं जो तकलीफ में ही

लेकिन लोग भी समझते हैं कि अगर कोई इंसान बिना किसी स्वार्थ के आपकी मदद करता है तो यह उनका भी फर्ज है कि वह भी बदले में कुछ ना कुछ उनको दे और यह घटना भी उसी का एक छोटा सा हिस्सा है सोनू सूद की पॉपलरिटी  अब सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के हर कोने में फैल गई है उनके चाहने वाले हर जगह है इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि अब जब वो करोना में फंसे लोगों की मदद करते हैं तो उनका सर्कल कम से कम 25 से 30000 लोगों का है और वह सारे लोग उनके साथ जुड़े हैं  जिसने कभी उनसे मदद मांगी थी और आज वह भी उनकी एक chain का हिस्सा है