मधुबनी |
प्रचंड गर्मी के कारण जिले भर में वाटर लेवल नीचे जाने से जल संकट झेल रहे लोग वर्षा की उम्मीद लगाए है। जाहिर है कि वर्षा होने से वाटर लेवल पूर्व की तरह बहाल होने की उम्मीद किया जा रहा है। इधर गर्मी बढ़ने के साथ तालाब, नदियां, झील, कुआं के अलावा चापाकलों को सूखने का सिलसिला जारी है। इन दिनों हरेक लोगों को जल की चिता सता रही है। जिले में कदम-कदम पर जल से लबालब तालाब सूखने के कगार पर पहुंच गया है। जिससे पशुपालकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मालूम हो कि जिले में तालाबों की संख्या 10 हजार से अधिक होने के बाद भी गर्मी के दिनों में जिले के कई हिस्सों में जल संकट की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अपनी परेशानियों से अवगत करा रहे अवगत करा रहे जल संकट झेल रहे लोग जिले में जल संकट झेल रहे लोगों ने दूरभाष के माध्यम से अपनी परेशानियों से अवगत करा रहे है। शहर के वार्ड 10 निवासी संजय कुमार ने बताया कि वार्ड 10 के किशोरीलाल के बड़ा बाजार मोहल्ला में शंभूनाथ प्रसाद के आवास के सामने तथा सुडुी स्कूल तालाब के एक भिडा पर गाड़ गए सरकारी चापाकल पानी देना छोड़ दिया है। जिससे आसपास के लोगों को जल के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संदर्भ में लोक स्वास्थ्य प्रमंडल कार्यालय को जानकारी देने के बाद भी कोई कार्रवाई नही की जा रही है। राजनगर निवासी शंकर कुमार ने बताया कि करीब दस दिनों से उनका चापाकल पानी देना बंद कर दिया है। वहीं लौकहा निवासी रविशंकर कुमार ने बताया कि करीब एक माह से उनका चापाकल सुबह में कम पानी देने के बाद दिन भर पानी नही देता है। पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। जिले का अधिकांश हिस्सा जल संकट और इसके कुप्रभाव से अछूता नहीं तालाबों को सूखने से लोगों को स्नान तो मवेशियों के समक्ष पीने के पानी की किल्लत देखी जा रही है। गर्मी के दिनों में अधिकांश तालाबों का सूख जाने से हैं। तालाब का जाठ मवेशियों के बांधने में कार्य आ रहा है। जल संरक्षण के दिशा में सरकारी स्तर पर ठोस प्रयास नहीं होने के कारण तालाबों की स्थिति बेकार बनती चली गई। शहर के राजकुमार का कहना है कि जल ही जीवन है मगर जल ही नहीं रहेगा तो जीवन कैसे बचेगा। आम लोगों को जल संरक्षण के दिशा में आगे आना चाहिए। जिले का अधिकांश हिस्सा जल संकट और इसके कुप्रभाव से अछूता नहीं रहा। जल की अहमियत पर गौर करते हुए इसके संरक्षण के लिए गंभीर होना होगा। मधुबनी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी ने बताया कि शहर में जल संकट को देखते हुए विभिन्न मोहल्लों में वाहन द्वारा जल मुहैया कराया जा रहा है। शहर के चापाकलों पर नजर रखी जा रही है ||